हर बात जो खुशी दे वो अच्छी हो, ये जरुरी नहीं
हर बात जो खुशी दे वो अच्छी हो, ये जरुरी नहीं
माता – पिता कहते हैं कि बच्चे जो करते हैं अगर उसमे उन्हें खुशी मिलती है तो करने दें, सवाल ये उठता है कि क्या इस बात को जानने की कोशिश नहीं करनी चाहिए कि उन्हें कौन सी बात खुश करती है ? माता – पिता यह भी कहते हैं कि हद में किया गया हर काम ठीक है, क्या हद में रहकर की गयी चोरी, धोखेबाजी, झूंठ, नशा भी ठीक है ? जीवन में कुछ बातें किसी हाल में...