अब तो हम तेरे लिए अजनबी हो गए,
बातों के सिलसिले भी कम हो गए,
खुशियों से ज़्यादा हमारे पास गम गए,
क्या पता ये वक्त बुरा है या बुरे हम हो गए...!
बातों के सिलसिले भी कम हो गए,
खुशियों से ज़्यादा हमारे पास गम गए,
क्या पता ये वक्त बुरा है या बुरे हम हो गए...!
अब तो हम तेरे लिए अजनबी हो गए,
बातों के सिलसिले भी कम हो गए,
खुशियों से ज़्यादा हमारे पास गम गए,
क्या पता ये वक्त बुरा है या बुरे हम हो गए...!
🥺🥺🥺
