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चुप सी लगा ली है मैने खामोशी चुरा ली है मैने तुम भी बस खामोश रहो न मेरी सुनो न अपनी कहो मुस्कान छुपा ली है मैने बातों से विदा ली है मैने अब तो साया भी साथ नहीं हर शमां बुझा दी है मैंने तुम सुबहों को सहेजे रखो रात बिछा ली है मैने...."मोरनी"
Love
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