Sponsored
साहित्य, समाज और संस्कृति!
Recent Updates
-
ज़िन्दगी में कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं,
जिनके लिए आप पहले से तैयार नहीं हो सकते।
आखिर में हम जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं,
हमें लोगों को सीखते रहना पड़ता है।
- नमिता गोखले कलमशालाज़िन्दगी में कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं, जिनके लिए आप पहले से तैयार नहीं हो सकते। आखिर में हम जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं, हमें लोगों को सीखते रहना पड़ता है। - नमिता गोखले कलमशालाPlease log in to like, share and comment! -
खुद से झूठ बोलना
दूसरों से झूठ बोलने
से ज्यादा बुरा है।
- फ्योदोर दोस्तोवस्की • कलमशालाखुद से झूठ बोलना दूसरों से झूठ बोलने से ज्यादा बुरा है। - फ्योदोर दोस्तोवस्की • कलमशाला -
-
More Stories